इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तान द्वारा भारत पर लगाए गए ‘बेबुनियाद’ आरोपों को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह पाकिस्तान की पुरानी रणनीति का हिस्सा है कि वह अपने नागरिकों का ध्यान भटकाने के लिए झूठी कहानियां गढ़ता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय हकीकत से वाकिफ है और पाकिस्तान की ‘हताश करने वाली चालों’ से गुमराह नहीं होगा।

जायसवाल ने स्पष्ट किया, “भारत, पाकिस्तानी नेतृत्व द्वारा लगाए जा रहे इन निराधार और बेतुके आरोपों को कतई स्वीकार नहीं करता।” उन्होंने आगे कहा, “यह भारत के खिलाफ झूठी कहानियां गढ़ने की पाकिस्तान की एक अपेक्षित रणनीति है, ताकि देश के भीतर चल रहे सैन्य-प्रेरित संवैधानिक विध्वंस और सत्ता पर कब्जे से अपने लोगों का ध्यान हटाया जा सके।”
इस्लामाबाद में मंगलवार को एक अदालत के पास पुलिस वाहन के नजदीक हुए भीषण विस्फोट में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई थी और 36 अन्य घायल हुए थे। पाकिस्तानी अधिकारियों ने इसे आत्मघाती हमला बताया है और कहा कि हमलावर अदालत में घुसने की कोशिश कर रहा था, लेकिन नाकाम रहने पर उसने परिसर के बाहर एक पुलिस वाहन के पास खुद को उड़ा लिया।
हालांकि, किसी भी समूह या व्यक्ति ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। घटनास्थल का दौरा करने के बाद, आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा, “हमारी पहली प्राथमिकता हमलावर की पहचान करना है… जब भी हमलावर की पहचान हो जाएगी, हम मीडिया को सूचित करेंगे।”
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान, जो अफगानिस्तान से सटी अपनी सीमाओं पर बढ़ते आतंकवादी हमलों का सामना कर रहा है, ने इस आत्मघाती विस्फोट के लिए भारत को दोषी ठहराया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि ये हमले पाकिस्तान को अस्थिर करने के भारत के ‘राज्य-प्रायोजित आतंकवाद’ का हिस्सा हैं।






