नेपाल में हिंसा अभी भी जारी है, खासकर काठमांडू में, जिससे व्यापार पर असर पड़ रहा है। डाबर और ब्रिटानिया जैसी प्रमुख एफएमसीजी कंपनियों के उत्पादन पर बुरा असर पड़ा है। ब्रिटानिया ने कर्मचारियों की सुरक्षा का हवाला देते हुए उत्पादन रोक दिया है, जबकि डाबर का उत्पादन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ है। ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज का प्लांट बारां जिले में है। कंपनी ने कहा कि कर्मचारियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। डाबर का प्लांट बीरगंज में है, जहां कर्मचारी हिंसा के कारण प्लांट तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिससे काम प्रभावित हुआ है। डाबर की कुल बिक्री में नेपाल का 3% योगदान है। कंपनी काठमांडू में कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कह रही है और बिक्री टीमों को सुरक्षा का पालन करने की सलाह दी गई है। नेपाल में हिंसा के कारण प्रदर्शनकारियों ने नेताओं के घर और संसद को निशाना बनाया, जिसके बाद सेना ने सुरक्षा की कमान संभाली। बांग्लादेश में भी इसी तरह की अशांति के कारण भारतीय एफएमसीजी कंपनियों को नुकसान हुआ था। डाबर, ब्रिटानिया, मैरिको, पतंजलि, आईटीसी और रिलायंस कंज्यूमर जैसी भारतीय कंपनियों की नेपाल में मौजूदगी है।
नेपाल में विरोध प्रदर्शनों का भारतीय कंपनियों पर प्रभाव
लोक शक्ति एक न्यूज़ वेबसाइट है जो आपको देश-दुनिया की ताज़ा और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करती है। हम राजनीति, समाज, और उद्योग जगत से जुड़े आम लोगों से साफ और सीधी बातें करते हैं। हमारा मकसद है आपको सही जानकारी सलाहकार बनाना।
न्यूज़लेटर सब्सक्राइब करें !
रोज़ाना ई-पेपर और मासिक मैगज़ीन के साथ ख़बरों से जुड़े रहें। अभी सब्सक्राइब करें!
© 2025 Lok Shakti. All Rights Reserved.