
भारत ने सुरक्षा के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है। देश का पहला पूरी तरह से AI-सक्षम और मोबाइल एंटी-ड्रोन पेट्रोलिंग वाहन, ‘इंद्रजाल Ranger’, इस हफ्ते पेश किया गया है। यह उन्नत तकनीक शहरों, संवेदनशील ठिकानों और सीमावर्ती क्षेत्रों को संदिग्ध ड्रोनों से बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
हैदराबाद स्थित एरियल डिफेंस कंपनी Indrajaal Drone Defence द्वारा विकसित, Ranger चलते-फिरते भी आसमान की निगरानी कर सकता है। यह 10 किलोमीटर की दूरी तक से ड्रोन का पता लगा सकता है और 4 किलोमीटर की सीमा के भीतर खतरे को बेअसर कर सकता है। यह वाहन विशेष रूप से भारत में बढ़ रही ड्रोन संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए बनाया गया है, जहाँ ड्रग्स, हथियार, विस्फोटक तस्करी और जासूसी के लिए ड्रोनों का दुरुपयोग हो रहा है।
हैदराबाद के T-Hub में इसका लाइव प्रदर्शन किया गया। कंपनी के CEO किरण राजू ने बताया कि Ranger सीमा सुरक्षा में मौजूद बड़ी खामियों को दूर करेगा और सीमा पार से होने वाली तस्करी को रोकेगा।
AI का दबदबा: इस वाहन का संचालन पूरी तरह से AI आधारित ‘SkyOS’ कमांड प्लेटफॉर्म द्वारा किया जाता है, जिसे Green Robotics ने विकसित किया है। यह सिस्टम अधिकांश कार्यों को स्वचालित रूप से संभालता है, जिससे ऑपरेटर को न्यूनतम देरी के साथ खतरों का मुकाबला करने में मदद मिलती है। इसमें GNSS स्पूफिंग सिस्टम, RF जैमर और तत्काल ड्रोन को निष्क्रिय करने के लिए एक स्प्रिंग-लोडेड ‘किल स्विच’ जैसे विशेष उपकरण शामिल हैं।
‘मेड इन इंडिया’ और बहुपयोगी: Ranger पूरी तरह से भारत में निर्मित है और इसे ARDTC प्रमाणन प्राप्त है, जो इसे सैन्य और नागरिक उपयोग दोनों के लिए योग्य बनाता है। इसकी कीमत अभी घोषित नहीं की गई है, लेकिन आने वाले महीनों में इसे सीमा सड़कों, नहरों, कृषि क्षेत्रों, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों और शहरी केंद्रों में तैनात किए जाने की उम्मीद है।
मजबूत चेसिस और आधुनिक केबिन: यह वाहन टोयोटा हाइलक्स के मजबूत 4×4 ऑल-टेरेन प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जो इसे ऊबड़-खाबड़, दलदली और उच्च-खतरे वाले इलाकों में भी संचालन की सुविधा देता है। इसके बाहरी हिस्से में मजबूत बम्पर, सेंसर, एंटीना ऐरे, जैमर और लेजर यूनिट लगे हैं। केबिन का डिज़ाइन सैन्य शैली का है, जिसमें 10-12 इंच की मल्टी-टच स्क्रीन वाले कंसोल हैं जो खतरे की निगरानी और नेविगेशन को संभालते हैं। स्टीयरिंग व्हील पर त्वरित-पहुंच नियंत्रण RF जैमिंग या सॉफ्ट-किल प्रतिक्रिया को सक्रिय करने की अनुमति देते हैं।
शक्तिशाली इंजन और सुरक्षा: Ranger टोयोटा हाइलक्स के 2.8L डीजल इंजन द्वारा संचालित है, जो 201 hp और 500 Nm टॉर्क उत्पन्न करता है, जिससे यह 180 किमी/घंटा की शीर्ष गति तक पहुंच सकता है। इसमें सैंड, मड और रॉक जैसे ऑफ-रोड मोड के साथ 4×4 ऑल-व्हील-ड्राइव सिस्टम भी है। सुरक्षा के लिए, इसमें ABS, EBD, छह एयरबैग, 360-डिग्री कैमरा और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे उन्नत फीचर्स हैं। ARDTC प्रमाणन इसे सैन्य-ग्रेड सुरक्षा प्लेटफॉर्म बनाता है।






