भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने भारतीय नौसेना के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इसरो ने सफलतापूर्वक भारत के अब तक के सबसे भारी संचार उपग्रह, GSAT-7R को लॉन्च किया है। यह लॉन्चिंग भारतीय नौसेना की संचार क्षमताओं को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगी।
GSAT-7R, जिसे ‘रुक्मिणी-2’ के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय नौसेना के लिए एक समर्पित उपग्रह है। यह उपग्रह नौसैनिक बेड़े के बीच संचार को बेहतर बनाने, खुफिया जानकारी एकत्र करने और समुद्री डोमेन जागरूकता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा। इसके उन्नत पेलोड नौसेना को वास्तविक समय में महत्वपूर्ण डेटा और जानकारी प्राप्त करने में सक्षम बनाएंगे, जिससे त्वरित और प्रभावी निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
इसरो की यह सफलता देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम की बढ़ती ताकत को दर्शाती है। GSAT-7R का लॉन्च भारत को रक्षा और संचार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह उपग्रह भारतीय नौसेना को हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने में सहायता करेगा।






