आज लोकसभा में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री शुंभाशु शुक्ला की उपलब्धियों पर विशेष चर्चा होगी। सोमवार को लोकसभा में एक विशेष चर्चा आयोजित की जाएगी जिसका विषय होगा ‘2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य में अंतरिक्ष कार्यक्रम की भूमिका’। इसके साथ ही जनविश्वास संशोधन बिल भी लोकसभा में पेश होगा और इसे सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाएगा। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट संशोधन बिल भी लाया जाएगा।
अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की ऐतिहासिक यात्रा के बाद रविवार को भारत लौटने पर जोरदार स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में लोगों ने भारत माता की जय के जयकारों के बीच ढोल बजाकर उनका भव्य स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने उनका स्वागत किया। शुभांशु शुक्ला ने एक्स पर धन्यवाद देते हुए कहा कि घर वापस आना अच्छा लग रहा है।
शुभांशु शुक्ला की पत्नी कामना और बेटा कियाश भी अमेरिका में लगभग एक साल तक प्रशिक्षण लेने के बाद उनके घर लौटने पर स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद थे। 25 जून को एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष में गए शुभांशु शुक्ला 18 दिन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर रहे और 15 जुलाई को वापस लौटे। उन्होंने अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ मिलकर कई प्रयोग किए।
शुभांशु शुक्ला के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने और अपने गृहनगर लखनऊ जाने की उम्मीद है। 22-23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह में भाग लेने के लिए उनके राजधानी लौटने की संभावना है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि भारत का अंतरिक्ष गौरव भारतीय धरती को छू रहा है। उनके साथ ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर भी हैं, जो भारत के पहले मानव मिशन गगनयान के लिए चुने गए अंतरिक्ष यात्रियों में से एक हैं।