विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रसेल्स में कहा कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच का संघर्ष नहीं है, बल्कि आतंकवाद के खतरे का जवाब है। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराया और कहा कि हम परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेंगे। भारत-पाकिस्तान के संघर्ष पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा, “मैं चाहूंगा कि आप इसे समझें कि यह दो राज्यों के बीच संघर्ष नहीं है। यह वास्तव में आतंकवाद के खतरे और अभ्यास का जवाब है। मैं आपसे आग्रह करूंगा कि आप इसे भारत-पाकिस्तान की तरह न देखें, बल्कि इसे भारत-टेररिस्तान की तरह देखें। तब आप इसे समझ पाएंगे।” उन्होंने जोर देकर कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक ‘साझा और अंतर्संबंधित चुनौती’ है। उन्होंने इस मामले में मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। जयशंकर ने काजा कैलास के साथ अपनी बैठक में वैश्विक मुद्दों, जैसे यूक्रेन संघर्ष, मध्य पूर्व, भारतीय उपमहाद्वीप और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर भी चर्चा की।