दिल्ली में लाल किले के पास हुए विनाशकारी विस्फोट में कीमती जानें गंवाने पर जापान की प्रधानमंत्री सानाए ताकाइसी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति जापान सरकार और लोगों की ओर से हार्दिक संवेदना जताई। श्रीमती ताकाइसी ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने लिखा, “यह जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है कि भारत के दिल्ली में हुए विस्फोट में कई अनमोल जिंदगियां चली गईं। जापान की सरकार और लोगों की ओर से, मैं पीड़ितों और उनके शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करना चाहती हूं।”

विस्फोट में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए, जापानी प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए अपनी सच्ची प्रार्थनाएं करती हूं।”
इस बीच, लाल किले के पास हुए इस blast की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी और देश के अन्य हिस्सों की सुरक्षा स्थिति की दो बार समीक्षा की। सूत्रों के अनुसार, श्री शाह ने सुबह एक बैठक की अध्यक्षता की और दोपहर में एक और समीक्षा बैठक की। सुबह की पहली बैठक में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपस डेका, दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा और एनआईए के महानिदेशक सदानंद वसंत डाटे शामिल थे। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलीन प्रभात भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।
बैठक के दौरान, वरिष्ठ अधिकारियों ने विस्फोट के बाद की स्थिति का विस्तृत मूल्यांकन प्रस्तुत किया। दोपहर की समीक्षा बैठक में भी लगभग वही अधिकारी उपस्थित थे।
गृह मंत्रालय ने इस blast की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। इस कदम से यह संकेत मिलता है कि सरकार इस घटना को, जिसमें अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है, एक आतंकवादी हमला मान रही है, क्योंकि एनआईए आतंकवादी संबंधित जांचों को संभालने के लिए जिम्मेदार है।






