Raghubar Das के भाजपा में फिर से सक्रिय भूमिका निभाने की यह घटना झारखंड की राजनीति में एक बड़ा बदलाव है। उनके बयान से यह स्पष्ट है कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं में आत्मविश्वास भरने और आगामी चुनावों के लिए एक नई ऊर्जा लाने की कोशिश कर रहे हैं।
उनका जोहार झारखंड और भारत माता की जय से भाषण शुरू करना झारखंड की संस्कृति और राष्ट्रीय भावना को जोड़ने की रणनीति को दर्शाता है। भगवान बिरसा मुंडा का उल्लेख कर उन्होंने झारखंड की जनता से भावनात्मक जुड़ाव बनाने की कोशिश की है।
हम फिर उठेंगे, लड़ेंगे और जीत दर्ज करेंगे: Raghubar Das
इसके अलावा, 2024 के विधानसभा चुनावों में अपेक्षित परिणाम न मिलने के बावजूद, उनका यह कहना कि “निराश होने की जरूरत नहीं है” और “हम फिर उठेंगे, लड़ेंगे और जीत दर्ज करेंगे,” पार्टी के लिए एक मोटिवेशनल संदेश है।
रघुवर दास ने भाजपा की नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने और भविष्य के चुनावों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। उनका यह कदम भाजपा की राज्य स्तर पर राजनीतिक पकड़ मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।

यह देखना दिलचस्प होगा कि रघुवर दास की वापसी झारखंड की राजनीति और भाजपा की राज्य इकाई को कैसे प्रभावित करती है।