झारखंड में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है, जहां झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के 9 उग्रवादियों ने 12 अत्याधुनिक हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया। यह घटना लातेहार जिले में हुई, जिससे नक्सलवाद और उग्रवाद को समाप्त करने में मदद मिलेगी। आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों में से पांच पर 23 लाख रुपये का इनाम घोषित था। समर्पण के दौरान, झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
पुलिस ने AK-47, AK-56, SLR राइफल और अन्य सहित कई हथियार जब्त किए, जिनमें कुल 12 हथियार शामिल थे। इनके साथ 1782 गोलियां और 26 मैगजीन भी बरामद की गईं। आत्मसमर्पण करने वालों में जोनल कमांडर रवींद्र यादव भी शामिल था, जिस पर 5 लाख रुपये का इनाम था।
जेजेएमपी के अन्य सब-जोनल कमांडरों और एरिया कमांडरों ने भी आत्मसमर्पण किया, जिनमें अखिलेश यादव, बलदेव गंझू, मुकेश राम, कल्लू, पवन, ध्रुव, विजय यादव, श्रवण सिंह और मुकेश गंझू शामिल हैं। इन सभी पर विभिन्न आपराधिक मामले दर्ज थे और उन पर इनाम घोषित था।
आईजी ऑपरेशन, माइकल राज एस ने कहा कि झारखंड राज्य के गठन के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी है। उन्होंने कहा कि 2025 के अंत तक झारखंड को नक्सल मुक्त बनाने का लक्ष्य है, और वर्तमान में सक्रिय नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने या कार्रवाई का सामना करने के लिए कहा गया है। उन्होंने इस सफलता के लिए पुलिस अधिकारियों और जवानों को बधाई दी।