भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस ऐतिहासिक दिन पर, राज्य भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर महान स्वतंत्रता सेनानी को याद किया गया। राज्यपाल ने कहा कि बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज और स्वतंत्रता संग्राम में अमूल्य योगदान दिया है। उनका जीवन संघर्ष, साहस और आत्म-सम्मान का प्रतीक है। मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि बिरसा मुंडा केवल एक स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे, बल्कि वे एक समाज सुधारक और आदिवासी अस्मिता के प्रतीक थे। उन्होंने अपने संक्षिप्त जीवनकाल में जल, जंगल, जमीन के अधिकार के लिए आवाज उठाई और अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया। राज्य सरकार उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। आज का दिन झारखंड के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जहां हम अपने पूर्वजों के बलिदानों को स्मरण करते हैं। इस अवसर पर कई सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा प्रभात फेरियां, सांस्कृतिक कार्यक्रम और संगोष्ठियों का आयोजन किया गया, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। बिरसा मुंडा के विचारों और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलना हम सभी का कर्तव्य है।







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