रांची, झारखंड में राष्ट्र सेविका समिति द्वारा आयोजित एक आवासीय प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में हुआ। अखिल भारतीय सह कार्यवाहिका चित्रा ताई जोशी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत माता राष्ट्र की प्राणशक्ति हैं और हर कार्य उन्हें समर्पित किया जाना चाहिए। उन्होंने भारत माता को सभी शारीरिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक ज़रूरतों के स्रोत के रूप में पहचानने के महत्व पर जोर दिया। समारोह में ऐतिहासिक शख्सियतों के योगदान पर भी विचार किया गया। महारानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती मनाई गई, जिसमें उनकी सेवा और न्यायपूर्ण शासन की प्रशंसा की गई। रानी दुर्गावती के मातृभूमि के लिए बलिदान को भी याद किया गया। मुख्य अतिथि, सेवानिवृत्त डीजीपी निर्मल कौर ने सेविकाओं के अनुशासन और समर्पण की सराहना की। शिविर में झारखंड के 20 जिलों की 225 सेविकाओं ने भाग लिया। शिविर में अनुशासन, शारीरिक फिटनेस, देशभक्ति और सांस्कृतिक मूल्यों पर जोर दिया गया। गतिविधियों में योग, व्यायाम और चर्चाएँ शामिल थीं। शिविर ने समग्र प्रशिक्षण प्रदान किया। वरिष्ठ नेताओं ने मार्गदर्शन प्रदान किया। शिविर में राष्ट्रीय कर्तव्य और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों को शामिल किया गया। 6 जून को एक परेड का आयोजन किया गया, जिसका जनता ने स्वागत किया। विभिन्न संगठनों के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।