पश्चिमी सिंहभूम जिले में “जल ही जीवन है” अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। सीएसआर गुवा अयस्क खदान प्रबंधन ने शनिवार को पांच नई सौर जल मीनारों का उद्घाटन किया, जिससे हजारों ग्रामीण लाभान्वित होंगे। इस परियोजना का उद्देश्य दूरदराज के गांवों में पीने के पानी की समस्या को जड़ से खत्म करना है।
गंगदा गांव से शुरू हुआ यह उद्घाटन समारोह बड़ा जामकुंडिया गांव में संपन्न हुआ। इन पांचों सौर जल मीनारों को गंगदा, घाटकुरी, डुइया, छोटा जामकुंडिया और बड़ा जामकुंडिया गांवों में स्थापित किया गया है। ये मीनारें सौर ऊर्जा से संचालित होती हैं, जो न केवल स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करेंगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देंगी। सौर ऊर्जा का उपयोग पानी की लागत को कम करने के साथ-साथ बिजली पर निर्भरता को भी खत्म करेगा, जिससे ग्रामीण समुदाय को जल संकट से काफी राहत मिलेगी।
इस अवसर पर सेल प्रबंधन के जीएम (खान) एस.पी. दास, जीएम (ई एंड एल) डॉ. टी.सी. आनंद, गंगदा पंचायत की मुखिया राजू सांडिल, मानकी लागुरा देवगम और जामकुंडिया के मुंडा रुबेन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। डीजीएम (सीएसआर) अनिल कुमार ने इस परियोजना का नेतृत्व किया और उनके कुशल निर्देशन में इन सौर जल मीनारों का निर्माण कार्य सफलतापूर्वक पूरा हुआ।