झुमरीतिलैया के पीवीएसएस डीएवी पब्लिक स्कूल में मूल्यांकन एवं आकलन पद्धतियों को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण दो दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम 8 और 9 नवंबर 2025 को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई), पटना क्षेत्र के तत्वावधान में संपन्न हुआ। कार्यशाला का मुख्य लक्ष्य शिक्षकों को आधुनिक, निष्पक्ष और दक्षता-आधारित मूल्यांकन तकनीकों से रूबरू कराना था, ताकि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बना सकें।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्राचार्य और स्थल निदेशक, कृष्ण कुमार सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर प्रमुख संसाधन व्यक्तियों के रूप में चंदन कुमार दुबे (सैनिक स्कूल), मुकेश कुमार प्रसाद (झारखंड पब्लिक स्कूल), वरिष्ठ शिक्षिका मौसमी मलिक, और कुमार सतीश सिंह उपस्थित रहे। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत ने कार्यशाला के माहौल को और अधिक प्रेरणादायक बना दिया।
अपने स्वागत भाषण में प्राचार्य ने मूल्यांकन प्रणाली में हो रहे बदलावों, निष्पक्ष आकलन की तकनीकों और इसमें शिक्षकों की अहम भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। इस प्रशिक्षण में कुल 58 शिक्षकों ने भाग लिया, जिनमें डीएवी संस्थानों के शिक्षक और झारखंड पब्लिक स्कूल के चार शिक्षक शामिल थे। कार्यशाला के दौरान, शिक्षकों को नवीनतम सर्कुलर, प्रश्न पत्र निर्माण के मानक, मूल्यांकन तालिकाएं, अभ्यास-आधारित गतिविधियां और कक्षा-आधारित आकलन की नई रूपरेखा से अवगत कराया गया। समूह चर्चा, प्रश्नोत्तरी, गतिविधि-आधारित शिक्षण और विभिन्न प्रपत्रों के माध्यम से शिक्षकों ने मूल्यांकन प्रक्रिया में हुए परिवर्तनों का गहन विश्लेषण किया।
संसाधन व्यक्तियों ने छात्र-केंद्रित, कौशल-आधारित और जीवनोपयोगी मूल्यांकन के महत्व पर विशेष जोर दिया। कार्यशाला का समापन शांति पाठ के साथ हुआ। कुमार सतीश सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए सीबीएसई, संसाधन व्यक्तियों, विद्यालय प्रबंधन, प्रतिभागी शिक्षकों और सहयोगी कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यशाला का संचालन चांदनी दुबे ने किया। प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने इस पहल को नई शिक्षा नीति 2020 की भावना के अनुरूप शिक्षण और मूल्यांकन को समग्र, कौशल-आधारित और शिक्षार्थी-केंद्रित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।






