
धनबाद, झारखंड – गया पुल अंडरपास के चौड़ीकरण का कार्य, जिसे शहर की जीवन रेखा माना जाता है, प्रगति पर है। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी आदित्य रंजन और वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने आज सुबह इस महत्वपूर्ण परियोजना का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों और निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों से कार्य की वर्तमान स्थिति और आगे की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की।
निरीक्षण के उपरांत, उपायुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि गया पुल अंडरपास धनबाद शहर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस परियोजना के पूरा होने से धनबाद वासियों को दशकों से चली आ रही यातायात संबंधी समस्याओं से स्थायी निजात मिलेगी। परियोजना को दिसंबर 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हालांकि, कार्य में तेजी लाकर इसे निर्धारित समय से पहले पूरा करने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इस जटिल परियोजना में पेयजल, विद्युत, पथ निर्माण, नगर निगम, रेलवे और भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) जैसे कई विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, अंडरपास के ऊपर से नई दिल्ली, मुंबई, गांधीधाम, पठानकोट सहित देश के विभिन्न शहरों के लिए कई महत्वपूर्ण एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरती हैं, जिससे निर्माण कार्य में विशेष सावधानी और समन्वय की आवश्यकता है।
उपायुक्त ने जोर दिया कि निरीक्षण के दौरान सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को एक साथ मौके पर बुलाकर यह सुनिश्चित किया गया कि सभी अपने-अपने कार्यों को समय पर पूरा करें। इससे अंडरपास के चौड़ीकरण कार्य में किसी भी प्रकार की देरी या बाधा उत्पन्न न हो। उन्होंने निर्माण के दौरान एक ‘यूटिलिटी कॉरिडोर’ बनाने का प्रस्ताव भी दिया है, जिससे भविष्य में पानी, सीवेज, गैस पाइपलाइन और फुटपाथ जैसी सुविधाओं के लिए कोई समस्या न हो। इस निरीक्षण में कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिन्होंने परियोजना के सुचारू निष्पादन का आश्वासन दिया।






