घाटशिला की शान, तीर-कमान, आज एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है। स्थानीय नेता कल्पना ने इस ऐतिहासिक कला को न केवल घाटशिला के स्वाभिमान का प्रतीक बताया है, बल्कि इसे मजबूत बनाने की जिम्मेदारी सभी नागरिकों पर डाली है। उनका मानना है कि यह तीर-कमान की परंपरा सिर्फ एक खेल या कला नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर का एक अभिन्न अंग है, जिसे जीवित रखना हम सबका परम कर्तव्य है।
कल्पना ने इस बात पर जोर दिया कि इस कला को विलुप्त होने से बचाने के लिए सक्रिय कदमों की आवश्यकता है। उन्होंने युवाओं को इस पारंपरिक कला को सीखने और आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही, उन्होंने स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों से भी अपील की है कि वे तीर-कमान की इस विरासत को संरक्षित और विकसित करने के लिए आवश्यक संसाधन और सहायता प्रदान करें। इसके माध्यम से न केवल घाटशिला की पहचान मजबूत होगी, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिल सकते हैं। यह पहल क्षेत्र के सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।






