गिरिडीह जिले में पुलिस ने एक बड़े साइबर अपराध गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह जामताड़ा से संचालित हो रहा था और ऑनलाइन ठगी के विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल करता था। गुरुवार को पुलिस अधीक्षक डॉ. विमल कुमार ने एक प्रेस वार्ता में इस गिरफ्तारी की जानकारी दी।

पुलिस को प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से सूचना मिली थी कि गांडेय थाना क्षेत्र के बघरा रेलवे ओवरब्रिज के पास बालीडीह में कुछ लोग मोबाइल फोन का उपयोग करके लोगों से ऑनलाइन धोखाधड़ी कर रहे हैं। इस सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए, साइबर थाना प्रभारी उपनिरीक्षक रामेश्वर भगत के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर छापेमारी की और गिरोह के सरगना जामताड़ा निवासी अफताब अंसारी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान, गिरफ्तार अपराधियों ने कबूल किया कि वे आम जनता को निशाना बनाने के लिए मोबाइल पर फर्जी लिंक और ऐप का इस्तेमाल करते थे। वे खुद को बैंक अधिकारी बताकर लोगों के बैंक खातों से पैसे उड़ा देते थे।
गिरफ्तार किए गए अपराधियों में अफताब अंसारी, परवेज अंसारी, तफाजुल अंसारी, तबरेज अंसारी और नियाज अंसारी शामिल हैं। यह सभी जामताड़ा और देवघर के निवासी हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से 12 मोबाइल फोन (जिनमें तीन आईफोन शामिल हैं) और 15 सिम कार्ड बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह देवघर और जामताड़ा के अन्य साइबर नेटवर्क से भी जुड़ा हुआ था। ठगी की रकम को फर्जी बैंक खातों में मंगवाया जाता था और फिर आरोपी नकद में आपस में बांट लेते थे। एसपी डॉ. विमल कुमार ने आश्वासन दिया है कि साइबर अपराध के खिलाफ गिरिडीह पुलिस की पैनी नजर है और ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।






