रांची: झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति के सदस्यों ने गुरुवार को राजभवन में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मुलाकात की। इस दौरान समिति ने राज्यपाल को अवैध धर्मांतरण की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में विशेष रूप से नामकुम प्रखंड के हरदाग पंचायत के चान्द गांव का जिक्र किया गया, जहां पिछले एक साल से स्थानीय प्रशासन की अनुमति के बिना झारखंड महाअभिषेक चर्च द्वारा टेंट लगाकर प्रार्थना सभाएं आयोजित की जा रही हैं। समिति का आरोप है कि इन आयोजनों का उपयोग गुप्त रूप से लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए किया जा रहा है।
समिति ने बताया कि इस तरह के आयोजन राज्य के अन्य हिस्सों में भी हो रहे हैं। अनगड़ा में 20 से 22 अक्टूबर तक ‘शुभ संदेश एवं प्रार्थना सभा द जिजस इज लाईफ चर्च’ का आयोजन किया जा रहा है। वहीं, एच.ई.सी. धुर्वा के प्रभात तारा मैदान में 23 से 25 अक्टूबर तक ‘झारखंड रिवाइवल मिटिंग-2025’ और गुमला के ऐरो ड्राम मैदान में 15 से 17 अक्टूबर तक ‘झारखंड प्रार्थना महोत्सव’ आयोजित होने की सूचना है। समिति ने राज्यपाल से ऐसे सभी गैरकानूनी और अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाले आयोजनों पर तत्काल रोक लगाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।