44 वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में झारखंड प्रदर्शित कर रहा है प्रदेश की विशिष्टता
देश की सबसे बड़ी प्रदर्शनी सह बिक्री (भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला) का शुभारंभ शुक्रवार,14 नवंबर से भारत मंडपम, नई दिल्ली में

भारत मंडपम, नई दिल्ली से शुक्रवार ,14 नवंबर को शुभारंभ देश की सबसे बड़ी प्रदर्शनी सह बिक्री (भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला) में श्री सुदिव्य कुमार ,पर्यटन सह नगर विकास मंत्री ,झारखंड सरकार ने झारखंड पवेलियन का किया विधिवत उद्घाटन
देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में शुमार झारखंड देश के सबसे बड़े पटल पर प्रदर्शित कर रहा है अपना हस्ताक्षर
___________________श्री सुदिव्य कुमार, माननीय मंत्री नगर विकास एवं आवास विभाग, पर्यटन, कला संस्कृति एवं युवा कार्य विभाग
नई दिल्ली: भारत मंडपम, नई दिल्ली से शुक्रवार 14 नवंबर को शुभारंभ देश की सबसे बड़ी प्रदर्शनी सह बिक्री (भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला) में झारखंड पवेलियन का विधिवत उद्घाटन झारखंड सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग, पर्यटन, कला संस्कृति एवं युवा कार्य मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने किया । उन्होंने कहा कि झारखंड प्रदेश देश के अग्रणी प्रदेशों में एक है। इस वर्ष भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले की थीम एक भारत श्रेष्ठ भारत है। झारखंड प्रदेश इसमें अपनी विशिष्टता प्रदर्शित कर रहा है। भारत मंडपम का यह पटल राज्य की अलग अलग उपलब्धियों और वस्तुओं को प्रदर्शित करने का उपयुक्त पटल है।हमे आशा है यहां आने वाले आगंतुक हमारे द्वारा प्रदर्शित की गई चीजों को पसंद करेंगे। इस अवसर पर माननीय मंत्री ने दीप प्रज्वलित किया और पवेलियन में स्थापित भगवान बिरसा मुंडा और सिद्धो-कान्हू की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित पवेलियन में लगे सभी विभागों के स्टालों का अवलोकन किया ।
इस वर्ष भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में झारखंड प्रदेश है फोकस स्टेट
इस वर्ष मेले में झारखंड प्रदेश फोकस स्टेट है, अपने स्थापना दिवस के 25 साल पूरा होने का जश्न मनाते हुए प्रदेश के प्रमुख सरकारी संस्थानों के साथ साथ शिल्पकारों के वस्तुओं की प्रदर्शनी सह बिक्री के स्टाल लगाए गए हैं।
इस अवसर पर उद्योग सचिव ,श्री अरवा राजकमल, प्रबंध निदेशक जूडिको श्री वरुण रंजन, उद्योग निदेशक श्री विशाल सागर, संयुक्त निदेशक उद्योग श्री प्रणव कुमार पॉल सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में देश के सभी राज्य, केंद्र शासित प्रदेश, कई देश के साथ साथ बहुत से निजी संस्थान भाग ले रहे है।






