झारखंड के चतरा जिले में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां ओझा-गुणी के संदेह में एक व्यक्ति की बर्बर हत्या कर दी गई। आरोपियों ने पहले धारदार हथियार से उसकी जीभ काटी, फिर लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मार डाला। इतना ही नहीं, हत्या के बाद उन्होंने शव को जला दिया। मृतक की पहचान धर्मदेव उरांव के रूप में हुई है।
यह घटना टंडवा थाना क्षेत्र के खूंटीटोला गांव की है। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस के पहुंचने से पहले ही सभी आरोपी फरार हो गए। पुलिस आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
बताया जा रहा है कि कुछ महीने पहले धर्मदेव उरांव के पड़ोसी की मौत हो गई थी, जिसके बाद उसके परिजन धर्मदेव को ही उसकी मौत का जिम्मेदार मानते थे और उस पर ओझा-गुणी करने का आरोप लगाते थे।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस हत्याकांड में लगभग आधा दर्जन लोग शामिल थे। झारखंड में इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, जो अंधविश्वास के घिनौने चेहरे को उजागर करती हैं।