झारखंड राज्य अपने स्थापना दिवस के रजत पर्व के अवसर पर उत्सव के रंग में सराबोर है। इस खास मौके पर, मुख्यमंत्री स्वयं ढोल-नगाड़े की थाप पर थिरकते हुए ‘झारखंड जतरा’ कार्यक्रम में शामिल हुए। यह आयोजन राज्य की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को समर्पित था, जहाँ विभिन्न लोक कलाओं और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री की उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए और उपस्थित जनसमूह का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने झारखंड की कला, संस्कृति और लोगों के प्रति अपना गहरा लगाव व्यक्त किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य के विकास और प्रगति के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को भी दोहराया। ‘झारखंड जतरा’ ने न केवल स्थानीय प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया, बल्कि राज्यवासियों को अपनी जड़ों से जुड़ने का एक अनूठा अवसर भी दिया। यह उत्सव झारखंड की पहचान को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।







