रांची में 15 नवंबर को आयोजित होने वाले झारखंड स्थापना दिवस के मुख्य समारोह को लेकर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। मोरहाबादी मैदान में होने वाले इस भव्य आयोजन की सुरक्षा के लिए कुल एक हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। रांची शहर में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए तीन आईपीएस अधिकारियों, छह डीएसपी और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

झारखंड पुलिस के प्रवक्ता एवं आईजी अभियान, डॉक्टर माइकल राज ने बताया कि स्थापना दिवस के कार्यक्रम के मद्देनजर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है। मुख्य समारोह दोपहर बाद शुरू होगा, लेकिन सुबह 6 बजे से ही पुलिस जवान चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहेंगे। सुरक्षा व्यवस्था को तीन स्तरों में बांटा गया है। इसमें तीन आईपीएस, छह डीएसपी, 40 इंस्पेक्टर और 80 सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, बम निरोधक दस्ता, जैप (झारखंड सहायक पुलिस), एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) और झारखंड जगुआर की विशेष टीमों को भी तैनात किया गया है।
पूरे शहर में 1000 अतिरिक्त पुलिस जवानों की तैनाती होगी, जिससे किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके। सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था के लिए पूरे शहर की निगरानी सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से की जाएगी। सादे लिबास में भी पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। समारोह स्थल की ओर जाने वाले सभी वाहनों की गहन जांच की जाएगी।
समारोह स्थल के चारों ओर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरे कार्यक्रम पर कड़ी नजर रखी जाएगी। इसके लिए एक विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है। उन्हें हर पल की रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को देने के निर्देश दिए गए हैं।
कार्यक्रम स्थल पर आने वाले सभी आगंतुकों की मेटल डिटेक्टर से जांच की जाएगी। प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर और मेटल स्कैनर लगाए गए हैं। पूरी तरह से तलाशी लेने के बाद ही लोगों को कार्यक्रम स्थल में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इस महत्वपूर्ण अवसर पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विभिन्न मंत्रीगण, सांसद, विधायक और राज्य के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे।






