जंगली जानवरों के आतंक से फसलों को हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिए आखिरकार किसानों को बड़ी राहत मिली है। कृषि मंत्री ने घोषणा की है कि प्रभावित किसानों को जल्द ही मुआवजा राशि वितरित की जाएगी। यह फैसला किसानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो पिछले कुछ समय से जंगली जानवरों, जैसे नीलगाय, बंदरों और सूअरों के कारण अपनी मेहनत की कमाई खो रहे थे।
इस मुआवजे योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक संबल प्रदान करना और उन्हें कृषि कार्य जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करना है। कृषि विभाग ने नुकसान के आकलन के लिए विस्तृत सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्थानीय कृषि अधिकारी से संपर्क करें और मुआवजे के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा करें। इस पहल से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, क्योंकि किसान फिर से अपनी फसलों में निवेश करने में सक्षम होंगे। सरकार ने इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए भी कई कदम उठाने का आश्वासन दिया है।






