झारखंड में नगर निगम चुनावों की घोषणा जल्द होने की संभावना के बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अपनी चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है। जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में, पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आगामी नगर निगम चुनावों के लिए रणनीति पर गहन चर्चा की। इस बैठक की अध्यक्षता सौरव ओझा ने की, जबकि मोहम्मद रिजवान ने संचालन की भूमिका निभाई।

बैठक के मुख्य अतिथि, एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव (नगर निकाय), डॉ. पवन पांडेय ने कहा कि घाटशिला उपचुनाव के समाप्त होते ही राज्य में नगर निकाय चुनाव कभी भी अधिसूचित किए जा सकते हैं। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से पूरी राजनीतिक तत्परता और क्षमता के साथ चुनाव की तैयारी में जुटने का आह्वान किया।
डॉ. पांडेय ने पार्टी की प्रमुख मांग को दोहराया कि नगर निकाय चुनावों में अनुसूचित जाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को संवैधानिक रूप से आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह तभी संभव है जब एससी और ओबीसी समुदाय के वे नागरिक, जिन्होंने अभी तक अपना जाति प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं किया है, उन्हें तत्काल प्रमाण पत्र जारी किए जाएं। इससे वे आरक्षित सीटों पर चुनाव लड़ने के योग्य बन सकेंगे।
डॉ. पांडेय ने आरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इसका मूल उद्देश्य समाज के सभी वंचित वर्गों को समान अवसर प्रदान करना है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि यदि एससी और ओबीसी वर्गों को आरक्षण का समुचित लाभ नहीं मिलता है, तो आरक्षण की भावना ही विफल हो जाएगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से जाति प्रमाण पत्र जारी करने की मांग को लेकर एक बड़े आंदोलन की तैयारी करने की अपील की, क्योंकि इसके अभाव में ये वर्ग शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपने हक से वंचित रह जाते हैं।






