राज्य के एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व मंत्री, केएन त्रिपाठी ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि सरकार उनकी हत्या करवाना चाहती है और इसी साजिश के तहत उनकी पुलिस सुरक्षा हटा ली गई है। मंगलवार रात डाल्टनगंज में एक कार्यक्रम के दौरान, त्रिपाठी ने स्वयं बताया कि अब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की नहीं, बल्कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की है। यह संभवतः ऐसा पहला मामला है जब किसी पूर्व मंत्री की सुरक्षा में कोई पुलिसकर्मी तैनात नहीं है।
कार्यक्रम में त्रिपाठी के साथ आधुनिक हथियारों से लैस कुछ निजी सुरक्षाकर्मी नजर आए। इस पर जब उनसे सरकारी सुरक्षा कर्मियों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा किया। त्रिपाठी के अनुसार, सरकार उनकी आवाज को दबाना चाहती है और उनकी हत्या की साजिश रच रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कई पुलिस अधिकारी इस साजिश में शामिल हो सकते हैं। प्रोटोकॉल के अनुसार, उनकी सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन इसे जानबूझकर नजरअंदाज किया जा रहा है।
त्रिपाठी ने हाल ही में अपने ऊपर लगे सुरक्षा कर्मियों से मारपीट के आरोपों को भी साजिश का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कर्मियों द्वारा उन पर हरिजन एक्ट सहित अन्य मुकदमे दर्ज कराए गए, जो उनकी आवाज को दबाने की एक सोची-समझी चाल थी।
निजी सुरक्षा कर्मियों के संबंध में उन्होंने स्पष्ट किया कि ये उनके कांग्रेसी कार्यकर्ता हैं जो स्वेच्छा से उनकी सुरक्षा के लिए आगे आए हैं। वे किसी भुगतान के बिना, पूरी निष्ठा से उनके साथ चलते हैं। त्रिपाठी ने जोर देकर कहा कि उन्हें किसी से डर नहीं लगता और वे गलत कार्यों के खिलाफ अपनी आवाज उठाना जारी रखेंगे। उन्होंने सरकार से अपनी सुरक्षा हटाने और उनके खिलाफ रची गई साजिश का जवाब मांगा है।
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