रांची में विवाह के शुभ लग्न का मौसम शुरू हो गया है, जिसके चलते शहर के 80 प्रतिशत से अधिक बैंक्वेट हॉल और धर्मशालाएं बुक हो चुकी हैं। नवंबर और दिसंबर में विवाह के कम शुभ दिनों के कारण, लोग जल्दबाजी में बुकिंग करा रहे हैं। चैंबर बैंक्वेट सब-कमेटी के चेयरमैन ने बताया कि इन लग्न दिवसों के लिए होटलों, धर्मशालाओं और बैंक्वेट हॉल में पूछताछ की भरमार है।

शहर के बाजार भी इन दिनों रौनक से भरे हुए हैं। गहने और कपड़ों की दुकानों पर देर रात तक खरीदारों की भीड़ देखी जा रही है। दुकानदारों का कहना है कि 2025 में शादियों के कम मुहूर्त होने के बावजूद, इस साल खरीदारी में अच्छी वृद्धि देखी जा रही है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, नवंबर और दिसंबर में केवल 13 विवाह लग्न के दिन हैं, जबकि अगले साल जुलाई तक लगभग 75 शुभ मुहूर्त हैं। नवंबर 2024 से जुलाई 2026 तक के कुछ प्रमुख लग्न तिथियों में 18, 19, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30 नवंबर; 01, 04, 05, 06 दिसंबर; और फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई, जून, जुलाई 2025 के कई दिन शामिल हैं।
ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, 22 नवंबर, 23, 24, 29 नवंबर, 04 और 05 दिसंबर, 05 फरवरी, 12 फरवरी, 09 मार्च, 10 मार्च और 14 मार्च विवाह के सबसे उत्तम मुहूर्त माने गए हैं। इन शुभ योगों के लिए बृहस्पति, शुक्र और सूर्य की अनुकूल स्थिति आवश्यक है। रवि-गुरु का संयोग विशेष फलदायी माना जाता है।
विशेष रूप से, 18 नवंबर को सोम प्रदोष के साथ शुभ लग्न पड़ रहा है। आचार्य मनोज पांडेय ने सलाह दी है कि इस दिन सुबह 06:12 बजे से 08:33 बजे के बीच सिंदूर दान और कन्या दान संपन्न कर लेना चाहिए, क्योंकि इसके बाद मृत्यु बाण योग शुरू हो जाएगा। विवाह जैसे पवित्र रिश्ते के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व है।




