सरकार ने जरूरतमंदों को बड़ी राहत देने का फैसला किया है। अब हर जिले में 100 ऐसे मरीजों के नाम राशन कार्ड में जोड़े जाएंगे जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं और आर्थिक तंगी के कारण इलाज कराने में असमर्थ हैं। इस नई सुविधा का उद्देश्य ऐसे परिवारों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करना है, जिन पर बीमारी का दोहरा बोझ है।
यह पहल खास तौर पर उन लोगों के लिए मददगार साबित होगी जो लंबी या महंगी बीमारियों के इलाज में अपनी सारी जमा-पूंजी गंवा चुके हैं। राशन कार्ड पर नाम जुड़ने से उन्हें सस्ता अनाज मिलेगा, जिससे वे अपने इलाज के लिए पैसे बचा सकेंगे। यह कदम समाज के सबसे कमजोर वर्गों को सहारा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
जिला स्तर पर इस प्रक्रिया को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं। योग्य मरीजों की पहचान के लिए एक मानक प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सहायता उन लोगों तक पहुंचे जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है। भविष्य में इस योजना का विस्तार भी किया जा सकता है।