झारखंड के दुमका जिले में एक बुजुर्ग दंपत्ति के शव उनके घर में खून से लथपथ पाए गए। घटना तब हुई जब मृतक दंपत्ति का बेटा अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मनसा पूजा के लिए अपने ससुराल गोड्डा गया था। मृतकों की पहचान नवगोपाल साहा और उनकी पत्नी विभु साहा के रूप में हुई है।
यह मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चोरकट्टा गांव का है। 20 अगस्त की रात को जब मृतक दंपत्ति का बेटा अजय साहा घर लौटा तो उसने यह दृश्य देखा। उसने तुरंत अपने माता-पिता की हत्या की सूचना मुफस्सिल थाने की पुलिस को दी। दोहरे हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए, गुमला जिले के एसपी पीतांबर सिंह खेरवार के नेतृत्व में एक छापेमारी टीम का गठन किया गया।
जांच में सामने आया कि हत्या का आरोप दामाद पर है। पुलिस ने तकनीकी जांच के बाद मृतक दंपत्ति के मोबाइल फोन की अंतिम कॉल रिकॉर्ड के आधार पर उनके छोटे दामाद सुबल साहा को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान, आरोपी दामाद ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
दामाद सुबल साहा ने पुलिस को बताया कि 19 अगस्त की रात वह पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले से ससुराल आया था। उसने अपने ससुर से पैसे की मांग की, लेकिन इनकार कर दिया गया, जिसके कारण विवाद हुआ। गुस्से में आकर, उसने ईंट से ससुर पर हमला किया और फिर सास की भी हत्या कर दी। आरोपी ने सोने के आभूषण चुराए और सबूत मिटाने के लिए फोन तालाब में फेंक दिया। हैरान करने वाली बात यह है कि वह अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आभूषण और अन्य सामान बरामद कर लिए हैं।