किसी भी शहर के विकास में एयरपोर्ट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जब किसी शहर में एयरपोर्ट की सुविधा शुरू होती है, तो यह माना जाता है कि पर्यटन और व्यापार दोनों में वृद्धि होगी। लेकिन, ऐसा लगता है कि यह नियम उत्तर प्रदेश के औद्योगिक शहर कानपुर पर लागू नहीं होता, जिसे कभी ‘मैनचेस्टर ऑफ ईस्ट’ कहा जाता था।
इसका मुख्य कारण है कि कानपुर से शुरू होने वाली उड़ानें सीमित हैं और उनमें से ज्यादातर इतनी महंगी हैं कि लखनऊ से उड़ान लेना अधिक किफायती पड़ता है।
यात्रियों का भी मानना है कि एयरपोर्ट तो शुरू हो गया, लेकिन उड़ानें और सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं, जिससे लखनऊ से यात्रा करना अधिक सुविधाजनक और सस्ता हो जाता है।
आज हम विश्लेषण करेंगे कि कैसे कानपुर से उड़ान लेना अधिक महंगा है, जबकि लखनऊ से उड़ान लेना सस्ता पड़ता है।
मुंबई के यात्रियों के लिए महंगा
दोनों शहरों के बीच किराए और अन्य सुविधाओं की तुलना करने के लिए, हमने मुंबई का उदाहरण लिया है, क्योंकि कानपुर से बड़ी संख्या में यात्री मुंबई के लिए यात्रा करते हैं। हमने एयरलाइन, दिन और समय को समान रखा है। उदाहरण के लिए, 30 सितंबर को इंडिगो की उड़ान का चयन किया गया, क्योंकि कानपुर से इंडिगो की ही उड़ानें हैं। एयरपोर्ट जाने के लिए ओला कैब का उपयोग किया गया। इस तुलना से पता चलेगा कि मुंबई की उड़ान कानपुर से सस्ती है या लखनऊ से।
कानपुर से मुंबई जाना महंगा
30 सितंबर को कानपुर से मुंबई के लिए इंडिगो की उड़ान का किराया 8356 रुपये था। कैब से एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगभग 400 रुपये लगे। इस प्रकार, कानपुर से मुंबई जाने में कुल 8756 रुपये लगे और एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगभग 50 मिनट का समय लगा।
लखनऊ से मुंबई जाना सस्ता
लखनऊ से मुंबई के लिए इंडिगो की उड़ान का किराया 4349 रुपये था। कैब से लखनऊ एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगभग 1200 रुपये लगे। लखनऊ एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगभग 1.30 घंटे का समय लगा। इस तरह, लखनऊ से मुंबई जाने में कुल 5519 रुपये लगे।
इस प्रकार, लखनऊ की तुलना में कानपुर से मुंबई जाना लगभग 3241 रुपये महंगा पड़ता है, जो लगभग 60% अधिक है। अन्य शहरों के लिए, यह अंतर कम है, लेकिन फिर भी लखनऊ से अधिक है।
यात्रियों के लिए लखनऊ से आना-जाना सुविधाजनक
कानपुर के निवासी लखनऊ से यात्रा करना अधिक सुविधाजनक पाते हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रशांत जौहरी का कहना है कि कानपुर एयरपोर्ट तक पहुंचने में जितना समय लगता है, उससे आधा घंटा ज्यादा लखनऊ एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगता है। अगले महीने से एक्सप्रेसवे शुरू होने के बाद, दोनों एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगभग समान समय लगेगा। इसके अलावा, किराए में भारी अंतर है, इसलिए लखनऊ से यात्रा करना सस्ता पड़ता है।
मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाली रूमा मित्रा का कहना है कि दिल्ली से कानपुर की उड़ान के किराए में थोड़ा अंतर है, लेकिन कानपुर के लिए केवल एक उड़ान है, जबकि लखनऊ के लिए कई उड़ानें हैं। इसलिए, काम खत्म होने के बाद उड़ान लेना संभव है, जो कानपुर से संभव नहीं है।
इसके अतिरिक्त, कानपुर में नाइट लैंडिंग की सुविधा नहीं है, जिससे रात की उड़ानें भी संभव नहीं हैं। लखनऊ एयरपोर्ट पर अन्य सुविधाएं बेहतर हैं, जो कानपुर में उपलब्ध नहीं हैं।