कल्पना कीजिए, खूबसूरत वादियां, खुला आसमान… बस अपनी कल्पना को आवाज़ दीजिए और आपकी स्क्रीन पर सब कुछ वीडियो के रूप में होगा। यह किसी परीकथा जैसा है। इस कहानी में सब कुछ है, लेकिन यह कैसे होता है, यह जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जो काम घंटों और महीनों में लगता था, वह अब मिनटों या कुछ सेकंडों की बात रह गई है। यह और कुछ नहीं, बल्कि भारतीय स्टार्टअप कोयल की नई उड़ान है।
दिल्ली की गौरी और मेहुल, एक बहन-भाई की जोड़ी ने मिलकर Koyal AI बनाया है। आपने नाम सुना होगा, कोयल जो अपनी आवाज़ से सबका दिल जीत लेती है। इस बार भी कोयल आवाज़ से ही जादू करती है, लेकिन अंदाज़ नया है – आवाज़ को तुरंत वीडियो में बदल देना।
सस्ता और सरल
हमारे जीवन में कहानी कहने का तरीका और भव्य हुआ है, लेकिन उसे पर्दे पर उतारना भी मुश्किल और महंगा रहा है। आज, एक छोटा सा वीडियो बनाने में भी एडिटर्स और क्रिएटर्स को घंटों, बल्कि कई हफ़्ते लग जाते हैं। इसी मुश्किल को आसान बनाने की शुरुआत कोयल से होती है।
कोयल कैसे काम करता है
आप कोई गीत रिकॉर्ड करें, पॉडकास्ट बनाएं या बस एक छोटा सा वॉइस नोट बोलें – और कोयल मिनटों में उससे पूरा वीडियो बना देता है। किरदारों के साथ उनकी हरकतें, लिप-सिंक और एनीमेशन सब कुछ तैयार। जहां पहले वीडियो एडिटिंग में कई हफ़्ते लगते थे, कोयल वही काम मिनटों में कर देता है।
AI ने यह सब क्यों बनाया?
क्योंकि दुनिया भर के क्रिएटर्स – छोटे संगीतकार, शिक्षक, यूट्यूबर, पॉडकास्टर या व्यवसाय के मालिक, सभी एक ही समस्या से जूझ रहे थे:
- वीडियो बनाना महंगा है।
- समय बहुत लगता है।
- अच्छा विचार अक्सर अटक जाता है।
- ऐसे कैरेक्टर जो स्वाभाविक लगें।
- एक ही सीन में कई लोग बातचीत कर सकें।
- चलते-फिरते कैरेक्टर भी लिप-सिंक से बिल्कुल मैच करें।
आवाज़ को वीडियो में बदलने की शक्ति
आज कोयल छोटे सोशल मीडिया क्लिप्स से लेकर लंबी वेब सीरीज जैसी कहानियां बना सकता है। हर उस व्यक्ति के लिए जिसके पास एक आवाज़ है, कोयल उसे वीडियो के रूप में कहानी कहने की ताकत देता है – पहले से कहीं ज़्यादा तेज़ और आसान तरीके से।
अभी कोयल संगीत कंपनियों, पॉडकास्ट क्रिएटर्स और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के साथ प्रोजेक्ट्स कर रहा है। गानों से लेकर वीडियो सीरीज और एजुकेशन टेक तक, यह प्लेटफॉर्म आवाज़ और नज़र के बीच का पुल बन रहा है। हर उस इंसान के लिए जिसके पास एक आवाज़ है, कोयल उसे वीडियो में बदलकर कहानी कहने की ताक़त देता है।
क्या भारत में यह अनोखा है?
हाल के दिनों में विदेशों में इस तरह के कुछ टूल्स विकसित हुए हैं। लेकिन भारत में इस पैमाने पर कोई टीम इस चुनौती पर काम नहीं कर रही है। खासतौर पर ऑडियो-टू-वीडियो स्टोरीटेलिंग पर कोयल का फोकस बिल्कुल अलग है। इसकी खासियत है – स्पीड, क्वालिटी और किफायत।
भारत के बड़े संगीतकार कर रहे हैं काम
कोयल को बनाने वाले मेहुल का दावा है कि उन्होंने टी-सीरीज़ और एआर रहमान, शंकर महादेवन, रिकी केज और मीत ब्रदर्स जैसे कलाकारों के लिए WAVES (विश्व ऑडियो विजुअल मनोरंजन शिखर सम्मेलन) के लिए संगीत वीडियो बनाए हैं। इन वीडियो में भारत की सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधता और प्राचीन भारतीय प्रथाओं का आधुनिक तकनीक से मेल दर्शाया गया है।
उन्होंने कहा कि अपनी तकनीक के साथ, हम भारत की कहानियों को दुनिया के सामने प्रस्तुत और चित्रित कर पाएंगे, और हम सभी को स्मार्ट फ़ोन तक पहुंच प्रदान कर पाएंगे, पारंपरिक तरीकों की तुलना में तेज़ और सस्ते वीडियो बनाने की क्षमता प्रदान कर पाएंगे, जिससे वे अपनी आवाज़ का उपयोग करके अपनी कहानियां साझा कर पाएंगे।