
हास्य कलाकार कुणाल कामरा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उन्होंने हाल ही में एक टी-शर्ट पहने हुए तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की, जिसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का अपमान माना जा रहा है। इस तस्वीर के वायरल होते ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। महाराष्ट्र में BJP सरकार की सहयोगी शिवसेना ने भी कामरा के इस कदम की निंदा की है।
**क्या है विवाद?
कुणाल कामरा, जो अपनी बेबाक बयानबाजी और राजनीतिक व्यंग्य के लिए जाने जाते हैं, ने सोमवार (24 नवंबर) को अपनी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की। इस तस्वीर में वह एक ऐसी टी-शर्ट पहने हुए नजर आ रहे हैं, जिस पर कुत्ते की तस्वीर के साथ RSS का जिक्र है। इस पोस्ट ने तुरंत BJP नेताओं को नाराज कर दिया। महाराष्ट्र के BJP मंत्री चंद्रेशखर बावनकुले ने कहा कि ऐसी आपत्तिजनक सामग्री को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पुलिस ऐसे कंटेंट को फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी ‘आपत्तिजनक पोस्ट’ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
**शिवसेना की भी निंदा
BJP के साथ सरकार में सहयोगी शिवसेना भी कुणाल कामरा के इस पोस्ट से नाराज है। शिवसेना के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री संजय शिरसाट ने कहा कि कामरा ने पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जैसे नेताओं को निशाना बनाया है, और अब उन्होंने सीधे RSS पर हमला करने की ‘हिम्मत’ की है। शिरसाट ने मार्च में हुई उस घटना का भी जिक्र किया जब कामरा ने एकनाथ शिंदे पर तंज कसा था, जिसके बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई में एक कॉमेडी क्लब में तोड़फोड़ की थी।
**कामरा का जवाब
विवादों के बावजूद, कुणाल कामरा अपने स्टैंड पर कायम नजर आ रहे हैं। उन्होंने एक और पोस्ट में स्पष्ट किया कि वह विवादित टी-शर्ट वाली तस्वीर किसी कॉमेडी क्लब में नहीं ली गई थी। कामरा लंबे समय से BJP और उसके सहयोगियों के आलोचक रहे हैं। उनके समर्थकों का मानना है कि वह सच कहने वाले एक निडर व्यक्ति हैं, जबकि विरोधी उन्हें राजनीतिक माहौल को बिगाड़ने वाला मानते हैं।
**अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बहस
यह घटना भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और व्यंग्य की सीमाओं पर चल रही बहस को और तेज करती है। यह देखना बाकी है कि BJP और शिवसेना अपनी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी पर कितना अमल करते हैं और कामरा इस दबाव का कैसे सामना करते हैं। यह मामला भारत में कॉमेडी, राजनीति और स्वतंत्र अभिव्यक्ति के बीच के तनावपूर्ण संबंधों को उजागर करता है।



