लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर लेह में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और बीजेपी कार्यालय पर हमला किया। प्रदर्शन जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के नेतृत्व में हो रहा है और इसमें छात्र भी शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है, जिसके कारण वे आक्रोशित हैं। 5 अगस्त 2019 को लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था, लेकिन स्थानीय लोगों को लगता है कि इससे उनका विकास नहीं हो रहा है। प्रदर्शनकारियों का मानना है कि छठी अनुसूची में शामिल होने से उन्हें स्वायत्तता मिलेगी और वे अपने फैसले खुद ले पाएंगे। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से सरकारी नौकरियों में भी कमी आई है और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे हैं।







