पंजाब के लुधियाना में उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस और बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह घटना मंगलवार को लडोवाल टोल प्लाजा के पास दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे पर हुई, जिसमें दो संदिग्ध आतंकी गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि यह मॉड्यूल पाकिस्तान की आईएसआई के इशारे पर काम कर रहा था।

पुलिस आयुक्त स्वपन शर्मा ने बताया कि पहले भी तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार कर एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया था। मंगलवार को सूचना मिली कि दो बब्बर खालसा से जुड़े आतंकी इलाके में मौजूद हैं। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और दोनों आतंकवादियों को मुठभेड़ में घायल कर दिया। सूत्रों के अनुसार, इन आतंकियों को ग्रेनेड इकट्ठा कर निश्चित स्थानों पर फेंकने का काम सौंपा गया था।
प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि गिरफ्तार किए गए ये आतंकी लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी जुड़े थे। पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, ये आतंकी अंतर-राज्यीय स्तर पर हथियारों की खेप की पिकअप और डिलीवरी का समन्वय कर रहे थे और आतंकी हमलों को अंजाम देने की फिराक में थे।
घायल आतंकवादियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने उनके पास से 2 चीनी ग्रेनेड, 5 चीनी पिस्तौल और 50 से अधिक कारतूस बरामद किए हैं। यह जानकारी पहले पकड़े गए तीन आतंकवादियों से पूछताछ के दौरान मिली थी, जो पंजाब, हरियाणा और बिहार के रहने वाले थे। मुठभेड़ के दौरान आतंकवादियों ने पुलिस पर गोली चलाई, जिसके जवाब में जवाबी कार्रवाई में दोनों घायल हो गए।
पुलिस का कहना है कि ये आतंकी सीमा पार बैठे हैंडलर के निर्देश पर ग्रेनेड इकट्ठा करने और हमले करने आए थे। उन्होंने राज्य में कई जगहों की रेकी भी कर ली थी और पाकिस्तानी हैंडलर के इशारे पर इन लक्ष्यों पर हमला करने की योजना बना रहे थे। घटना के बाद इलाके को सील कर दिया गया है और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।






