पटना में महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तस्वीर न होने पर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने तंज कसा है। उन्होंने इस गठबंधन को “बहुत कमजोर” बताते हुए कहा कि इसमें शामिल दल आपस में ही ‘दोस्ताना मुकाबले’ कर रहे हैं।
पटना में मीडिया से बात करते हुए प्रसाद ने कहा, “आज हमने देखा कि उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी की तस्वीर नहीं थी। हर पार्टी का चुनाव चिन्ह मौजूद था, लेकिन राहुल गांधी की तस्वीर नदारद थी। यह किस तरह का गठबंधन है?”
उन्होंने महागठबंधन की सीटों के बंटवारे पर भी सवाल उठाए। प्रसाद ने कहा, “बिहार में कुल 243 सीटें हैं, और यह गठबंधन 255 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर रहा है। एक सीट, गौरा बौरम विधानसभा पर तो खुद ‘भावी मुख्यमंत्री’ और ‘उपमुख्यमंत्री’ दोनों उम्मीदवार खड़े हैं। यह बहुत ही कमजोर गठबंधन है।”
रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मतदाताओं को आगाह करते हुए कहा कि यदि राजद सत्ता में आई तो उनका जीवन “दोषपूर्ण” हो जाएगा। उन्होंने लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाला मामले में चार बार दोषी करार दिए जाने का उल्लेख किया। तेजस्वी यादव के बारे में उन्होंने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट ने दो बार आदेश जारी कर IRCTC होटल भ्रष्टाचार मामले को “गंभीर” और “420” का मामला घोषित किया है। प्रसाद ने तेजस्वी पर धारा 420 के तहत आरोप लगने और 7 साल की सजा का जिक्र करते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके दावों पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा, “ये बिहार के 2.60 करोड़ परिवार, जिन्हें ये स्थायी नौकरी देने की बात कर रहे हैं, उनका (राजद का) बैकग्राउंड ऐसा है कि आपका पूरा जीवन मुश्किलों से भर जाएगा। इनके कोई भी काम बिना भ्रष्टाचार के नहीं होते, और मैं इन सबके सबूत दे रहा हूँ।”
वहीं, भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी बिहार के महागठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि इसमें “कोई मिशन या विजन नहीं” है। उन्होंने पूछा कि क्या राजद कांग्रेस नेता राहुल गांधी को “देनदारी” (liability) मानता है। पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस खुद को “बड़े भाई” के रूप में देखती थी, लेकिन अब कहीं नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में केवल “विभाजन और भ्रम” है, और तस्वीर से राहुल गांधी व अन्य नेताओं को हटाकर उन्हें “डिलीट” कर दिया गया है।