बिहार विधानसभा चुनाव से पहले TV9 डिजिटल ‘बैठक’ का आयोजन किया जा रहा है। इसका मंच बेगूसराय में सजाया गया था, जहां जन सुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने शिरकत की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी पार्टी किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री का चुनाव विधायक करेंगे।
मनोज भारती ने अपनी विदेश सेवा के अनुभवों को साझा करते हुए बिहार की सामाजिक स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा महसूस होता था जैसे वे 100 साल पुराने समाज में लौट आए हैं, जहां अधिकारों की रक्षा करने वाला कोई नहीं है। उन्होंने बिहार में सुधार के लिए नेताओं की कमी और जन सुराज के नए विकल्प के रूप में उभरने की बात की।
प्रशांत किशोर पर महत्वाकांक्षी होने के आरोपों पर, मनोज भारती ने कहा कि प्रशांत किशोर की क्या महत्वाकांक्षा थी जो पूरी नहीं हुई। उन्होंने बताया कि प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को क्यों छोड़ा, जिसमें जनता की भलाई के लिए काम न करने का मुद्दा शामिल था। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर अब सीधे जनता के पास जाने का फैसला कर चुके हैं।
मनोज भारती ने कहा कि 2015 में प्रशांत किशोर ने देखा कि मोदी जी की बिहार में सुधार करने की नीयत नहीं है, इसलिए उन्होंने बीजेपी को हटाकर अन्य दलों के साथ गठबंधन बनाने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सकी। प्रशांत किशोर को सौदेबाज कहे जाने पर उन्होंने कहा कि यह सब जन सुराज की बढ़ती स्वीकार्यता से बाकी दलों की घबराहट का नतीजा है।
मनोज भारती ने इस बात पर जोर दिया कि जन सुराज में शामिल होने के लिए उन्होंने अन्य दलों के प्रस्तावों को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि वे किसी भी जाति या धर्म से ऊपर उठकर पार्टी में शामिल हुए हैं और वे बिहार में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि जन सुराज शासन पाने के लिए नहीं लड़ रही है, बल्कि सिस्टम में सुधार लाना चाहती है और हर रोज उनकी पार्टी से 3 से 5 लाख लोग जुड़ रहे हैं।