
मराठा समुदाय के नेता मनोज जरांगे ने मराठा आरक्षण की मांग के बाद अब किसानों के समर्थन में उतरने का फैसला किया है। बीड जिले के नारायण गढ़ में दशहरा सभा में उन्होंने किसानों के लिए लड़ाई की घोषणा की। उन्होंने किसानों के लिए कर्ज माफी, भारी बारिश से हुए नुकसान के लिए मुआवजे और अन्य सहायता की मांग की है। जरांगे ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे स्थानीय चुनावों का बहिष्कार करेंगे और मतदान भी नहीं होने देंगे। उन्होंने प्रति खेत 70,000 रुपये की सहायता, कर्ज माफी, और बाढ़ से प्रभावित किसानों को 1.30 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर की सहायता देने की मांग की है। इसके साथ ही, उन्होंने आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों को नौकरी और खेती करने वाले परिवारों को मासिक वेतन देने की भी मांग की है।






