नागपुर के कोराडी में स्थित महालक्ष्मी जगदंबा देवस्थान में निर्माणाधीन गेट का एक हिस्सा शनिवार रात गिर गया, जिससे कम से कम 15 से 16 मजदूर घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि यह हादसा रात करीब 8 बजे हुआ। घायलों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। NDRF और पुलिस की टीमें बचाव अभियान में जुट गई हैं। नागपुर के डीएम विपिन इटनकर ने बताया कि, ‘स्लैब के लिए आरसीसी (रीइन्फोर्स्ड सीमेंट कंक्रीट) डालते समय यह गिर गया। काम कर रहे मजदूरों को मामूली चोटें आई हैं। उनकी संख्या 15-16 थी। उन्हें अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया है। प्रोटोकॉल के अनुसार, एनडीआरएफ, पुलिस विभाग और राजस्व विभाग यहां मौजूद हैं।’ डीएम ने आगे कहा कि मशीनों की मदद से मलबा हटाया जा रहा है। कई लोगों के गेट के नीचे फंसे होने की खबर है। इस बीच, एनएमआरडीए के कमिश्नर संजय मीना ने कहा कि घटना की सही वजह की जांच विस्तृत जांच के बाद पता चल पाएगी। 5वीं बटालियन NDRF के इंस्पेक्टर कृपाल मुले ने बताया, ‘जब 5वीं बटालियन NDRF की टीम यहां पहुंची, तो ढांचा पूरी तरह से गिर चुका था। पूछने पर पता चला कि यहां काम करने वाले सभी लोग घायल हो गए थे, लेकिन उन सभी को बचा लिया गया… यहां कोई फंसा हुआ नहीं पाया गया। हमने पहले यहां शारीरिक तलाशी ली, उसके बाद डॉग स्क्वॉड से तलाशी करवाई। अभी तक यहां कोई फंसा हुआ नहीं लग रहा है।’ उन्होंने आगे अनुमान लगाया कि यह हादसा उपकरणों के कंपन के कारण हुआ हो सकता है, जिसके कारण पूरी संरचना एक साथ गिर गई। साइट पर चार से पांच फीट ऊंचा मलबा जमा है।







