झारसुगुड़ा में राजनीतिक माहौल गरमा गया है, जिसमें इस बात की अटकलें हैं कि दीपाली दास बीजू जनता दल (बीजेडी) छोड़ सकती हैं या नहीं। यह पूर्व मंत्री, स्वर्गीय नबा किशोर दास के घर और सहयोगियों पर आयकर विभाग की छापेमारी के बाद हुआ है। इस मामले पर बीजेडी की चुप्पी ने दीपाली के समर्थकों के बीच असंतोष भड़का दिया है, जिससे पार्टी के भीतर उनके भविष्य पर चर्चा हो रही है। झारसुगुड़ा के राजनीतिक हलकों में फुसफुसाहट है कि हाल ही में हुई कर जांच के दौरान समर्थन की कमी के कारण दीपाली और उनके भाई, विशाल दास बीजेडी छोड़ने पर विचार कर सकते हैं। वर्तमान परिस्थितियों के राजनीतिक निहितार्थ क्या होंगे, इस पर सवाल उठ रहे हैं।







