
आज से संसद के शीतकालीन सत्र का आगाज़ हो गया है, जिसके साथ ही गरमागरम बहसें और तीखी तकरार की उम्मीद जगी है। तीन हफ़्ते चलने वाले इस सत्र में, जहाँ एक ओर विपक्ष कई अहम मुद्दों को उठाने की तैयारी में है, वहीं केंद्र सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पेश करने के लिए तैयार है।
लोकसभा की कार्य मंत्रणा समिति (BAC) ने रविवार को शीतकालीन सत्र के लिए कई प्रमुख विधेयकों और चर्चाओं के लिए समय आवंटित कर दिया है। यह सत्र 1 दिसंबर, 2025 से शुरू होकर 19 दिसंबर, 2025 तक चलेगा। संसद में कुल 19 दिनों में 15 बैठकें होंगी। निजी सदस्यों के विधेयकों पर विचार 5 और 19 दिसंबर को किया जाएगा, जबकि निजी सदस्यों के प्रस्ताव 12 दिसंबर को लिए जाएंगे।
सत्र के एजेंडे में क्या है?
सरकार ने इस सत्र के लिए 13 विधेयकों को सूचीबद्ध किया है, जिनमें से कई की स्थायी समिति द्वारा जाँच नहीं की गई है। कार्य मंत्रणा समिति ने कई महत्वपूर्ण विधायी प्रस्तावों और बहसों के लिए समय की सिफारिश की है। समिति की योजना के अनुसार, मणिपुर वस्तु एवं सेवा कर (GST) विधेयक और केंद्रीय उत्पाद शुल्क विधेयक पर प्रत्येक पर तीन-तीन घंटे की चर्चा होगी। इसी तरह, अनुदान की पूरक मांगों पर भी तीन घंटे की बहस का समय दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, सरकार ने ‘वंदे मातरम’ मुद्दे पर 10 घंटे की बहस का प्रस्ताव भी रखा है, हालांकि अंतिम निर्णय लोकसभा अध्यक्ष द्वारा लिया जाएगा।
स्वास्थ्य सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा उपकर विधेयक के विषय में राष्ट्रपति को सूचित किया गया है, जिन्होंने संविधान के अनुच्छेद 117 के खंड (1) और अनुच्छेद 274 के खंड (1) के तहत इसके परिचय की सिफारिश की है, तथा अनुच्छेद 117 के खंड (3) के तहत इस पर विचार किया जाएगा।
विपक्ष किन मुद्दों को उठाएगा?
विपक्षी दलों ने सत्र के दौरान विभिन्न अत्यावश्यक मुद्दों पर व्यापक चर्चा की सामूहिक मांग की है, जिन पर BAC द्वारा प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इन मुद्दों में मतदाता सूची का विशेष गहन संशोधन (SIR), लाल किला विस्फोट मामले के मद्देनजर राष्ट्रीय सुरक्षा, वायु प्रदूषण, नए श्रम संहिताएं और किसानों से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। INDIA गठबंधन के नेताओं ने सोमवार को संसद में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में एक बैठक भी बुलाई है।
प्रधानमंत्री मोदी का आज मीडिया संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 1 दिसंबर (सोमवार) को 18वीं लोकसभा के छठे सत्र के पहले दिन सुबह 10 बजे मान्यता प्राप्त मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे। यह संबोधन संसद भवन के हंस द्वार पर होगा।






