प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की और उनकी ‘ऐतिहासिक गाजा शांति योजना’ की सफलता पर उन्हें बधाई दी। इस वार्ता में दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका व्यापार वार्ताओं की प्रगति पर भी चर्चा की। इस ऐतिहासिक क्षण पर, पीएम मोदी ने ट्रंप को ‘मेरे दोस्त’ कहकर संबोधित किया और गाजा क्षेत्र में शांति बहाल करने में इस महत्वपूर्ण सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की।
यह दोनों नेताओं के बीच एक महीने के भीतर दूसरी फोन वार्ता थी। इससे पहले 17 सितंबर को ट्रंप ने पीएम मोदी को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के लिए फोन किया था। पीएम मोदी की यह ताजा सोशल मीडिया पोस्ट, इजरायल और हमास के बीच 20-सूत्री गाजा शांति योजना के पहले चरण पर बनी सहमति की घोषणा के कुछ घंटों बाद आई। प्रधानमंत्री ने इसे इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ‘मजबूत नेतृत्व’ का प्रमाण बताया।
ट्रंप ने घोषणा की थी कि इजरायल और हमास ने गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए अमेरिकी-मध्यस्थता वाले शांति सौदे के पहले चरण पर सहमति व्यक्त की है। यह समझौता हमास द्वारा इजरायल पर हमले की दूसरी वर्षगांठ के ठीक एक दिन बाद हुआ, जो मिस्र में हुई गहन अप्रत्यक्ष वार्ताओं का परिणाम है। इस समझौते के तहत, हमास अगले कुछ दिनों में सभी 20 जीवित बंधकों को रिहा करेगा, जिसके बदले में फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा जाएगा। साथ ही, इजरायली सेना गाजा के अधिकांश हिस्सों से अपनी वापसी शुरू करेगी। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, “इसका मतलब है कि सभी बंधक बहुत जल्द रिहा कर दिए जाएंगे, और इजरायल एक मजबूत, स्थायी और चिरस्थायी शांति की दिशा में पहले कदम के रूप में सहमत रेखा तक अपनी सेना वापस ले लेगा।”