NCERT के एक नए मॉड्यूल में भारत के विभाजन के लिए जिन्ना, कांग्रेस और माउंटबेटन को जिम्मेदार ठहराए जाने पर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। कांग्रेस ने विभाजन का मुख्य दोषी आरएसएस, हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग को बताया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि ‘राहुल-जिन्ना’ पार्टी सच सामने आने से परेशान है।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि NCERT ने विभाजन के कटु सत्य को पाठ्यक्रम में शामिल किया है, जिससे ‘राहुल-जिन्ना’ पार्टी परेशान है, क्योंकि राहुल गांधी और मोहम्मद अली जिन्ना की सोच एक जैसी है। गौरव भाटिया ने कहा कि भारत का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था और जिन्ना की तुष्टिकरण की जहरीली सोच आज राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी में देखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी यह भी कहती है कि आरक्षण धर्म के आधार पर होना चाहिए, जो जिन्ना ने भी कहा था। बीजेपी नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ये भी कहती है कि देश में शरिया कानून लागू होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिन्ना भी शरिया कानून को लागू करवाना चाहते थे, आज की युवा पीढ़ी को यह जानने का हक है कि विभाजन किसकी वजह से हुआ। उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस पार्टी को विभाजन के बारे में नए पाठ्यक्रम में लिखे जाने पर दर्द क्यों होता है। बीजेपी नेता ने कांग्रेस पार्टी से विभाजन पर स्पष्टीकरण देने को कहा।
उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से RSS का उल्लेख किए जाने पर करोड़ों भारतीयों को गर्व हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी और ‘नकली गांधी परिवार’ के सदस्य, RSS पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि RSS ने भारत की विरासत को संजोकर रखने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अपना इतिहास भी नहीं पता है, जब जवाहरलाल नेहरू ने 1963 में RSS को गणतंत्र दिवस परेड के लिए आमंत्रित किया था।