पुरी शहर में रथ यात्रा की शुरुआत हुई, जिसमें जगन्नाथ मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त उमड़े। इस आयोजन में भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों का जुलूस निकाला गया। पूजा आनंद जैसे भक्तों ने अपने पहले अनुभव को गहरा आध्यात्मिक बताते हुए, भगवान की उपस्थिति को देखने के अनूठे अवसर पर प्रकाश डाला। बनिता पात्रा का नृत्य वर्षों के समर्पण का प्रतीक था, जबकि रूपाली काजरोलकर ने अपने बेटे की प्रार्थनाओं का जवाब मिलने का जश्न मनाया। रश्मि चौधरी ने अपने आनंद को ‘दिव्य दर्शन’ बताया। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सभी से रथ यात्रा में विश्वास के साथ शामिल होने का आग्रह किया, देवताओं से आशीर्वाद लेने का आह्वान किया।







