बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले, संविदा कर्मचारियों का मुद्दा गरमा गया है। बुधवार को, पटना में न्याय और अपने अधिकारों की मांग करते हुए बीजेपी कार्यालय पहुंचे जमीन मापी से जुड़े संविदा कर्मचारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस घटना पर राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि नौकरी मांगने पर लाठी मिलती है, और अधिकार की जगह अत्याचार। राहुल गांधी ने कहा कि बिहार के युवा इस ‘गुंडा सरकार’ को उसकी असली जगह दिखाएंगे और उल्टी गिनती शुरू हो गई है। कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि बीजेपी द्वारा पुलिस को बुलाकर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करवाया गया, जिसमें कई कर्मचारी घायल हो गए। पार्टी ने आरोप लगाया कि यह घटना नीतीश कुमार और मोदी सरकार के ‘अत्याचार’ को दर्शाती है, लेकिन जल्द ही इसका अंत होगा।
बीजेपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे संविदा कर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी की, जिससे वहां भीड़ जमा हो गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए, पुलिस ने पहले शांति से समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों के न मानने पर लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान हल्की झड़पें हुईं, जिसमें कई प्रदर्शनकारियों को चोटें आईं। कुछ के सिर पर गंभीर चोटें लगने की खबर है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कार्रवाई को ‘अनुचित और दमनकारी’ बताया है। उनका आरोप है कि सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है, और एक महीने से शांतिपूर्ण धरने के बावजूद कोई भी अधिकारी बातचीत के लिए सामने नहीं आया।