राजस्थान में समय-समय पर राजनीतिक दलों के लिए दिए जाने वाले चंदों पर उजागर होने वाली बवाल पर नज़र डालते हुए, 10 गुमनाम दलों ने हाल के पाँच वर्षों में गुजरात में कुल ₹4,300 करोड़ के चंदे प्राप्त किए हैं। यह खुलासा दर्शाता है कि इन दलों ने चुनावों में सीमित भागीदारी दिखाई है, परंतु इन पर विसरिए मौक़े पर बड़े पैमाने पर फंडिंग हुई है।
राहुल गांधी ने यह जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर साझा करते हुए लिखा कि गुजरात में ऐसे अनाम दल हैं जिनका नाम किसी ने सुना भी नहीं है, फिर भी इनको 4,300 करोड़ रुपये का चंदा मिला है। उन्होंने आगे पूछा, “इन हजारों करोड़ के स्रोत क्या हैं? कौन इस सब को संभाल रहा है? और यह पैसा कहां गया? क्या चुनाव आयोग इस पर जांच करेगा, या फिर यहां भी पहले एफिडेविट मांगेगा? या फिर कानून बदलकर इस डेटा को छिपाया जाएगा?”
गुजरात के इन चंदे मामलों में 23 व्यक्तियों ने फंडिंग की है, और ये राजनीतिक दल लोकसभा तथा विधानसभा दोनों चुनावों में अपने प्रत्याशी उतारते रहे हैं। संपूर्ण चुनावों में, इन दस दलों को कुल 54,069 वोट्स मिले हैं।
पिछले दो महीनों से राहुल गांधी चुनाव आयोग पर तीखी आलोचना कर रहे हैं, यह आरोप लगाते हुए कि आयोग वर्तमान में बीजेपी के पक्ष में कार्य कर रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि आयोग का कार्य देवो इक चुनाव जीत हासिल करना है। इस परिस्थिति में, उन्होंने चुनाव आयोग पर वोट चोरी के भी आरोप लगाए हैं, यह दावा करते हुए कि चुनाव आयोग वोटर अधिकार यात्राओं को अवरुद्ध कर रहा है।