कांग्रेस नेता राहुल गांधी वोट चोरी के मुद्दे पर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर लगातार निशाना साध रहे हैं। इसी बीच, राहुल 17 अगस्त से बिहार यात्रा शुरू करने जा रहे हैं, जिसे कांग्रेस ने ‘वोट अधिकार यात्रा’ नाम दिया है। यह यात्रा रोहतास जिले से शुरू होगी, जिसका उद्देश्य राज्य में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का विरोध करना है।
राहुल गांधी 16 दिनों तक बिहार में रहेंगे और इस दौरान 24 जिलों का दौरा करेंगे। कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह ने बताया कि 17 अगस्त से वोटर अधिकार यात्रा शुरू हो रही है और इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा रविवार को बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के माध्यम से लोगों के मताधिकार पर कथित हमलों को उजागर करने के लिए आयोजित की जा रही है।
अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि राहुल गांधी 1 सितंबर को पटना में एक रैली के साथ ‘वोट अधिकार यात्रा’ का समापन करेंगे। यह यात्रा 16 दिनों तक चलेगी और लगभग 1,300 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जो बिहार के करीब 24 जिलों से होकर गुजरेगी। इस यात्रा में इंडिया गठबंधन के सभी दलों के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे।
यात्रा सासाराम से शुरू होगी और इसके लिए संबंधित अधिकारियों से अनुमति ले ली गई है। राहुल गांधी के साथ बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और तीन वामपंथी दलों सहित अन्य गठबंधन सहयोगी भी शामिल हो सकते हैं। यात्रा में 17 अगस्त को सासाराम (रोहतास), 18 अगस्त को औरंगाबाद, 19 अगस्त को गया और नवादा, 20 अगस्त को विश्राम, 21 अगस्त को लखीसराय-शेखपुरा, 22 अगस्त को मुंगेर और भागलपुर, 23 अगस्त को कटिहार, 24 अगस्त को पूर्णिया और अररिया, 25 अगस्त को विश्राम, 26 अगस्त को सुपौल, 27 अगस्त को दरभंगा और मुजफ्फरपुर, 28 अगस्त को सीतामढ़ी और मोतिहारी, 29 अगस्त को बेतिया, गोपालगंज और सिवान, 30 अगस्त को छपरा और आरा और 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में रैली आयोजित की जाएगी, जिसके साथ यात्रा का समापन होगा।
यह यात्रा न केवल मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को उजागर करने के उद्देश्य से की जा रही है, बल्कि राज्य में होने वाले विधान चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ब्लॉक की एकजुटता और ताकत को दर्शाने की रणनीति का हिस्सा है।