बिहार में चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं, और इस बीच राहुल गांधी और चुनाव आयोग के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। राहुल गांधी ने बिहार में एक जनसभा के दौरान ऐलान किया कि अगर केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो ‘वोट चोरी’ के आरोप में मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राहुल गांधी पहले से ही बिहार में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं और अब ‘वोट चोरी’ को लेकर चुनाव आयोग पर हमलावर हैं। उन्होंने ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाते हुए बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू की है, जो 20 जिलों से होकर गुजरेगी और 1300 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस यात्रा में विपक्षी दलों के नेता भी शामिल हो रहे हैं, जिससे बिहार में चुनावी माहौल गरमा गया है।
राहुल गांधी ने गया में एक रैली के दौरान कहा कि चुनाव आयोग उनसे हलफनामा देने को कह रहा है, जबकि ‘चोरी’ तो उनकी पकड़ी गई है। उन्होंने कहा कि वह आयोग से कहना चाहते हैं कि पूरा देश उनसे हलफनामा मांगेगा और हर राज्य में उनकी ‘चोरी’ पकड़ी जाएगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने राहुल गांधी को या तो माफी मांगने या हलफनामे के साथ अपने दावों को पेश करने को कहा है। चुनाव आयोग ने दोहरे मतदान और वोट चोरी के आरोपों को भी निराधार बताया है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग की धमकी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह धमकियों से डरने वाली नहीं है। राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ बिहार में चुनाव से पहले शुरू हो गई है, जिसमें विपक्षी नेता भी शामिल हो रहे हैं।