देश भर के कई नगर निगमों ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मीट और बूचड़खाने की दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया। इस आदेश के खिलाफ विपक्षी नेताओं ने विरोध किया, जिसमें MNS नेता राज ठाकरे भी शामिल थे। ठाकरे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर लोगों की स्वतंत्रता छीनी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह तय करने का कोई अधिकार नहीं है कि कौन क्या खाए। ठाकरे ने कहा कि उन्होंने अपने समर्थकों से कहा है कि वे जो चाहें खा सकते हैं, और किसी भी तरह का प्रतिबंध नहीं होना चाहिए।
ठाकरे ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि यह 1988 का पुराना कानून है, लेकिन उनका मानना है कि स्वतंत्रता दिवस पर लोगों की स्वतंत्रता को छीनना गलत है। उन्होंने सरकार और नगर पालिका पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें यह तय करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए कि कौन क्या खाएगा।