रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडर की हालिया स्वीकारोक्ति का हवाला देते हुए भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी की सराहना की। हैदराबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की ताकत बढ़ी है और कोई भी ताकत भारत की संप्रभुता को चुनौती देने का साहस नहीं कर सकती।
उन्होंने बताया कि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर ने स्वीकार किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर हमले में मसूद अजहर के परिवार का सफाया कर दिया गया था, जो भारतीय सेना के जवानों की बहादुरी का नतीजा था। उन्होंने कहा कि अगर कोई आतंकवादी घटना होती है, तो ऑपरेशन सिंदूर फिर से शुरू होगा।
राजनाथ सिंह ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम में किसी तीसरे पक्ष के शामिल होने के दावों को खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई किसी के हस्तक्षेप के कारण स्थगित नहीं की गई थी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम किसी के हस्तक्षेप से हुआ, लेकिन यह गलत है। ऑपरेशन सिंदूर को किसी ने नहीं रोका।







