दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने शुक्रवार तड़के लाल किला के पास हुए घातक कार बम धमाके के मुख्य संदिग्ध डॉ. उमर नबी के पैतृक घर को जमींदोज कर दिया। यह रातोंरात की गई कार्रवाई आतंक के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का एक बड़ा कदम है।

कोईल गांव में स्थित डॉ. नबी का दो मंजिला पुश्तैनी घर बुलडोजरों की मदद से मलबे में तब्दील कर दिया गया। इस दौरान भारी सुरक्षा बल मौजूद थे और इलाके को सुबह तक सील कर दिया गया था। स्थानीय निवासियों ने बताया कि माहौल तनावपूर्ण था, लेकिन किसी भी प्रतिरोध की कोई खबर नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, 28 वर्षीय डॉ. नबी, जो फरीदाबाद के अल-फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर थे, डीएनए साक्ष्य के माध्यम से उस सफेद हुंडई आई20 कार के चालक के रूप में पहचाने गए हैं, जिसमें विस्फोटक भरे थे और जो लाल किला पार्किंग क्षेत्र के पास समय से पहले फट गई थी। यह घटना 10 नवंबर को हुई थी, जिसमें 13 लोगों की जान गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। हाल ही में, पुलवामा, अनंतनाग, बांदीपोरा, शोपियां, कुलगाम और कुपवाड़ा सहित विभिन्न जिलों में कम से कम दस आतंकवादियों और उनके समर्थकों के घरों को भी इसी तरह ध्वस्त किया गया है। इन संपत्तियों में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के कार्यकर्ता आसिफ अहमद शेख, आदिल हुसैन ठोकर, अहसान उल हक शेख, जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े आमिर नजीर वानी, जमील अहमद शीर गोजरी और हारिस अहमद के घर शामिल थे। इसका उद्देश्य आतंक के इकोसिस्टम को तोड़ना और भविष्य में होने वाली हिंसा को रोकना है।






