
नई दिल्ली: लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए भीषण कार धमाके के मामले में केंद्र सरकार ने वरिष्ठ अधिवक्ता माघव खुराना को विशेष लोक अभियोजक (SPP) नियुक्त किया है। इस आतंकवादी घटना में 15 लोगों की दुखद मृत्यु हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। खुराना अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से इस मामले के ट्रायल और संबंधित कानूनी कार्यवाही को संभालेंगे।
गृह मंत्रालय के आदेशानुसार, माघव खुराना को तीन साल की अवधि के लिए नियुक्त किया गया है। वे NIA विशेष अदालत और दिल्ली उच्च न्यायालय में मुकदमे की पैरवी करेंगे। यह नियुक्ति NIA अधिनियम, 2008 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए की गई है।
NIA ने अब तक इस मामले में 7 प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है। धमाका कथित आत्मघाती हमलावर उमर उन नबी द्वारा एक हुंडई आई20 कार में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के इस्तेमाल से किया गया था। यह मामला जम्मू और कश्मीर पुलिस द्वारा उजागर किए गए एक आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा है। उमर, पुलवामा का निवासी था और फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत था। NIA उमर की एक अन्य कार की भी जांच कर रही है, जिससे अहम सबूत मिलने की उम्मीद है। एजेंसी ने मामले में अब तक 73 गवाहों से पूछताछ की है।
यह घटना लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक धीमी गति से चल रही कार में हुई थी, जिससे भीषण विस्फोट हुआ और आग लग गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इसे ‘आतंकवादी घटना’ करार दिया था और दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाने के निर्देश दिए थे। सरकार ने जांच एजेंसियों से इस मामले को अत्यंत तत्परता और व्यावसायिकता से निपटाने को कहा है।





