दिल्ली पुलिस ने सोमवार को बताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के हापुड़ से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो लाल किले के पास एक धार्मिक कार्यक्रम से 1 करोड़ रुपये का सोने और हीरे जड़ित ‘कलश’ चुराने के आरोप में शामिल था। यह वस्तु लाल किले के पास एक धार्मिक कार्यक्रम से चुराई गई थी। आरोपी को अपराध शाखा ने रविवार देर रात गिरफ्तार किया।
कलश चोरी की खबर फैलते ही अफवाहें उड़ीं कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान कम से कम तीन कलश चोरी हुए थे। विशेष जांच दल बनाए गए और विभिन्न शहरों में छापे मारे गए। अब पुलिस ने कहा कि उन्होंने आरोपी भूषण वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी फरार हैं। भूषण वर्मा को सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
जैन समुदाय का अनुष्ठान 28 अगस्त से लाल किले के पास अगस्त पार्क में चल रहा है और 9 सितंबर तक जारी रहेगा। कार्यक्रम के लिए एक विशेष मंच स्थापित किया गया है। धोती और ‘अंग वस्त्र’ पहनना अनिवार्य है, और केवल इन्हीं कपड़ों में सजे लोगों को ही अनुष्ठान में भाग लेने की अनुमति है।
पुलिस के अनुसार, भूषण वर्मा उत्तर प्रदेश के असोदा गांव का रहने वाला है। वह कथित तौर पर कलश चुराने में माहिर है और दिल्ली के लाल मंदिर और अशोक विहार के एक मंदिर से चोरी का इतिहास रहा है। उसके खिलाफ पहले ही पांच मामले दर्ज हैं। भूषण के पास एक कार है और पुलिस ने उसके घर से एक कलश जैसी वस्तु बरामद की है। जांच से पता चला है कि वह जैन भिक्षु के रूप में भेस बदलकर घटनास्थल पर पहुंचा था। वह कई दिनों से धोती और अंगवस्त्र पहनकर इलाके में आ-जा रहा था और अनुष्ठान में शामिल लोगों के साथ घुल-मिल रहा था। इसका फायदा उठाते हुए वह मंच पर पहुंचा और पहली ही मौके पर चोरी कर ली।